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शब्द लेखन | कुछ अबूझे पल ज़िंदगी के……..कुछ अबूझे पल ज़िंदगी के........
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कुछ अबूझे पल ज़िंदगी के........
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शब्द लेखन | कुछ अबूझे पल ज़िंदगी के…….. | shabdlekhan.wordpress.com Reviews
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कुछ अबूझे पल ज़िंदगी के........
नाम या पहचान | शब्द लेखन
https://shabdlekhan.wordpress.com/2016/09/22/नाम-या-पहचान
क छ शब द …. शब द ल खन. क छ अब झ पल ज़ दग क . न म य पहच न. Published स तम बर 22, 2016. त रह वर ष क क श र और यह द ढ़त , ब ल क म त समझ नह प रह थ क , य व ह त ब ल क पहल ज़ द क ब ल हठ म न कर यह दब द य ज ए य फ र अपन न म क जर य अपन पहच न तल शत प त र क ब त क म न ल य ज ए. ट प पण कर. Posted in: मन क म त. Larr; हम र म. एक उत तर द जव ब रद द कर. Enter your comment here. Fill in your details below or click an icon to log in:. ईम ल (आवश यक). Address never made public). न म (आवश यक). Notify me of new comments via email.
लुका छिपी | शब्द लेखन
https://shabdlekhan.wordpress.com/2016/11/21/लुका-छिपी
क छ शब द …. शब द ल खन. क छ अब झ पल ज़ दग क . Published नवम बर 21, 2016. आज रव क द ख त लग श यद वक़ त ठहर स गय आज भ व द न एक द सर क छ प छ प कर ह द ख रह थ शल न न त रव क ल इब रर क गल य र म द र स द खत ह पहच न ल य थ. वह ऊ च कद क ठ , ग र शफ़ फ क र ग, ब ल म सफ द ज़र र आ गय थ , आग क ब ल भ कम ह गए थ ल क न म थ पर झ लत लट आज भ वह अपन जगह म ज द थ. कब आए प र स स य ह म स ज त छ ड़ कर गय थ रव न उसक पहल क छ कह और न उसक ब द. त म ह र पर व र कह ह आदतन रव न सव ल क जव ब म अपन सव ल रख द य. ट प पण कर. Posted in: मन क म त. न म (आवश यक).
दूसरा जन्म | शब्द लेखन
https://shabdlekhan.wordpress.com/2016/06/02/दूसरा-जन्म
क छ शब द …. शब द ल खन. क छ अब झ पल ज़ दग क . द सर जन म. Published ज न 2, 2016. 8220;अन प कह ह त म” स म त न कमर म प रव श करत समय च र ओर नज़र घ म त ह ए ज़ र स आव ज लग ई “अर कह ह अन प, जल द आओ, द ख म र ह थ म क य ह ,” अपन प रसन नत स छलकत आव ज म स म त न फ र स आव ज़ लग ई. 8220;क य ब त ह भ य ” अन प न सबस पहल कमर म आत ह अपन च र-पर च त सक च हट म भर स वर म अपन प रफ ल ल त बड़ भ य स प छ. 8220;ह ह स म त क य ब त ह ज त म इतन ख श ह रह ह , ज़र हम भ त बत ओ” श करदय ल ज न अपन बड़ ब ट स प छ. ट प पण कर. Posted in: लघ कथ , कथ च त र,.
मई | 2016 | शब्द लेखन
https://shabdlekhan.wordpress.com/2016/05
क छ शब द …. शब द ल खन. क छ अब झ पल ज़ दग क . All posts for the month मई, 2016. Published मई 30, 2016. श यद द न क स थ ल न भ ह त ह , न ह न यह सबस कह ह त त आज उसक ह थ ख ल न ह त. ट प पण कर. Posted in: लघ -च त रण. प रथम प रय स. Published मई 30, 2016. स रज क समझ नह आ रह थ , ध प क त ज़ क सहन कर और च प ब ठ रह य एक पल क आर म स ब ठ म क आव ज़ द कर उठ द. उसन न श चय कर ल य और फ र एक प रय स क य त न म ह क आय म आय प ल य क ब म र क अन क इल ज म य ऑपर शन भ एक इल ज थ और ज सम ड क टर न बह त आश द ख ई थ. ट प पण कर. Tagged: पहल ज त.
जुलाई | 2016 | शब्द लेखन
https://shabdlekhan.wordpress.com/2016/07
क छ शब द …. शब द ल खन. क छ अब झ पल ज़ दग क . All posts for the month ज ल ई, 2016. Published ज ल ई 16, 2016. क य आप म र बच च क म क प य र द सकत ह? न न म न एक स स म सब क छ कह द न च हत थ. अपन बहन क न श न क क स क भ ह थ म क स स प द क तर आव ज़ म उन ह न अपन पत न स कह पत न न च प च प प न क ग ल स स मन स उठ ल य. म म ज , आप क य फ क र करत ह , ज ह ग सब ठ क ह ग न न क क मल ह थ अपन ह थ पर महस स करक व अपन आप क सम ह ल नह सक और उन ह न न न क सब क छ बत द य. ब न डर न न न कह , क य म आपस एक सव ल प छ सकत ह? ट प पण कर. प स टस न व ग शन.
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लेखनी : July 2013
http://charu-lekhni.blogspot.com/2013_07_01_archive.html
लेखनी से निकले हुए शब्द उन पलों का अहसास है जो वक़्त की समय रेखा पर समय ही लिखवाता है. Monday, July 29, 2013. खामोश शब्द. न कहते हुए. खामोशी से. हाथ थम लेना. बहुत कुछ कहता है।. आंखो से बहते अशकों को. अपनी आँखों में. चुपके से समेट लेना।. बहुत कुछ कहता है।. थके हुए कदमों में. अपने कदमों को. मिला देना. बहुत कुछ कहता है।. खामोश निगाहों को. अपने नजारों से. महका देना. बहुत कुछ कहता है।. Sunday, July 14, 2013. बारिश की बूंदों में. बारिश की बूंदों में. एक खास कशिश होती है. हर बूंद एक में एक. हर पल आग सी. Memories...
लेखनी : August 2013
http://charu-lekhni.blogspot.com/2013_08_01_archive.html
लेखनी से निकले हुए शब्द उन पलों का अहसास है जो वक़्त की समय रेखा पर समय ही लिखवाता है. Thursday, August 29, 2013. अधूरे सवाल. हर रिश्ते को अपनाता मन. कब कोई बहुत अकेला हो जाता है. क्या जानता है कोई. दुनिया की भीड़ में. रिश्तों के मेले में. हंसी का मुखौटा पहने. कब कहीं. खामोशी का गहना पहना है किसी ने. क्या जानता है कोई. हर सवाल का. जवाब देते हुए. हर मोड की सलवटों को. दूर करते हुए. कब कैसे. अपने में ही उलझ गया कोई. क्या जानता है कोई. Tuesday, August 6, 2013. अनूठे सवाल. अध्मुंदे नयन. किनारे. व्यकî...
लेखनी : February 2015
http://charu-lekhni.blogspot.com/2015_02_01_archive.html
लेखनी से निकले हुए शब्द उन पलों का अहसास है जो वक़्त की समय रेखा पर समय ही लिखवाता है. Thursday, February 19, 2015. यादें. ये यादें भी बहुत अजीब होती हैं. कुछ यादें. बुरा स्वप्न सी. सीने में दफ्न हो जाती हैं. तो कुछ यादें. जीवन-बन को महका देती हैं।. मुस्काते लबों पर. अश्रु-शबनम बिखेर देती हैं. पर कुछ यादें. रोती आँखों को मुस्कुराहट से भर देती हैं।. बड्ते कदम को रोक. देती हैं ये यादें. तो कुछ. रोके कदमों में. जान डाल देती हैं ये यादें।. कुछ यादें. जीवन भर का. साथ बन जाती हैं. वहीं कुछ. तो कुछ. व्यक&#...
लेखनी : November 2014
http://charu-lekhni.blogspot.com/2014_11_01_archive.html
लेखनी से निकले हुए शब्द उन पलों का अहसास है जो वक़्त की समय रेखा पर समय ही लिखवाता है. Friday, November 14, 2014. धरा का दुख न देखा किसी ने न जाना. धरा का प्रेम न छुआ किसी ने न माना. अंतस गहराई से बिंधी गई. बार बार छिली गई दुहराई गई. फिर भी मुस्कुराते हुए. नव कोंपल का उपहार जग को सौंप दिया. इक बूंद ओस की आस में. तड़कते मन को सम्हाले हुए. अमृत के मीठे जल को. नदी रूप में सागर को सौंप दिया. धरा फिर भी धारणी है. असीम दुख मन में धरण किये. असीम प्रेम जग को सौंप दिया. Subscribe to: Posts (Atom). व्यक्...Those who...
लेखनी : October 2012
http://charu-lekhni.blogspot.com/2012_10_01_archive.html
लेखनी से निकले हुए शब्द उन पलों का अहसास है जो वक़्त की समय रेखा पर समय ही लिखवाता है. Saturday, October 13, 2012. ज़िंदगी का सफर. पल पल बदलते अहसासों के साथ जीना आसान नहीं. फिर भी चलना तो है. पाँव नंगे हो तो क्या. धूप में फिर भी. झुलसती सड़क से गुजरना तो है ।. अपनों की. आशाओं और उम्मीदों को पूरा करने के लिए. नवजात स्वप्न समय की गर्द में दफना दिये जाते हैं. होठों पर मुस्कान. आवाज में खनक लेकर. साथ चलते हुए कदमों का. हँसते हुए साथ देना तो है।. हँसते हुए. थोड़ा रुकते हुए. क्यूंकी. Subscribe to: Posts (Atom).
लेखनी : April 2013
http://charu-lekhni.blogspot.com/2013_04_01_archive.html
लेखनी से निकले हुए शब्द उन पलों का अहसास है जो वक़्त की समय रेखा पर समय ही लिखवाता है. Tuesday, April 23, 2013. परों की परवाज को तोलता. नीले आकाश को पंखों से नापता. नया जीवन जीने की चाह में. सुनहले कल की कामना. अधीर मन में समाये. बंद पिंजरे को मुंडेर समझ बैठा. बेबस पंछी. सोने की जंजीर में कैद होकर. पुराने रिश्ते नाते खो कर. अपना अस्तित्व नए आज में मिलाकर. सिर झुका कर. दिन औ रात नए सपने बुनने लगा. एक नया बंधन. अतीत की हर डोर को. काटता रहा. एक नई डोर. हर दिशा में एक नया. ढूंढने लगा. घायल पंख. मन की लगन.
लेखनी : August 2014
http://charu-lekhni.blogspot.com/2014_08_01_archive.html
लेखनी से निकले हुए शब्द उन पलों का अहसास है जो वक़्त की समय रेखा पर समय ही लिखवाता है. Thursday, August 7, 2014. कुछ सवाल बाकी हैं. कितनी गिरहें खोली हैं. कितनी गिरहें और बाकी हैं।. हर कदम हर राह पर. ज़िंदगी के हर मोड पर. कितने उतार उतरे हैं. कितने उतार और बाकी हैं।. साँस के हर तार में. जीवन की हर धार में. कितने सुर बजते हैं. कितने सुर और बाकी हैं।. लेखनी की स्याही में. स्याही की हर बूंद में. कितने रंग घोले हैं. कितने रंग बाकी हैं।. Subscribe to: Posts (Atom). अहिल्या. किनारे. क्षितिज. मन प्रवाह. व्य...
लेखनी : August 2012
http://charu-lekhni.blogspot.com/2012_08_01_archive.html
लेखनी से निकले हुए शब्द उन पलों का अहसास है जो वक़्त की समय रेखा पर समय ही लिखवाता है. Friday, August 24, 2012. ज़िंदगी . ज़िंदगी की राह में. फूलों की सेज़ ही नहीं. काँटों का बाग भी है. मन को सहलाने वाली. ठंडी बयार ही नहीं. तन को जलाने वाली॰. आग भी है।. इस राह में . क्षितिज पर मुस्काने वाला सपना ही नहीं. हर मोड़ पर इंतज़ार करने वाला तीखा मोड़ भी है।. उम्र भर का साथ निभाने का वादा करके. साथ झटकने वाले साथी हैं. हमकदम बन कर हमदम बन जाएँ. वो अंजान हमसफर भी हैं।. क्या कहूँ. तो कहीं. Subscribe to: Posts (Atom).
लेखनी : September 2012
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लेखनी से निकले हुए शब्द उन पलों का अहसास है जो वक़्त की समय रेखा पर समय ही लिखवाता है. Saturday, September 29, 2012. ज़िंदगी के कुछ पल. गुजरा हुआ हर पल ,. अंजाना सा लगता है. ज़िंदगी से भरा पैमाना जैसा ,. तो कभी. गम का कोई फसाना सा लगता है।. समय की गोद से निकल कर,. मुसकुराता हुआ एक पल ,. मुकम्मल जहां की खुशी दे जाता है ,. वहीं एक कोने से,दूसरा पल. ज़िंदगी को कड़वा मोड दे जाता है।. हमनशीन, हमनफ़्ज़, हमदर्द बनकर,. साथ चला तो कभी,. वक़्त की गर्द में खो गया ,. ज़िंदगी भर की याद बन कर. Subscribe to: Posts (Atom). व...
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Shabdkosh | शब्दकोश : English Hindi Dictionary and Translation
Skip to main content. English Hindi Dictionary अ ग र ज ह न द शब दक श. Note that 'matra' is added after the consonant. To get half characters, use halant which is mapped to 'd' key in INSCRIPT keyboard and to the '/' key in Romanized keyboard. Word of the Day. Quote of the Day. About English Hindi dictionary and translation. This site provides an English to Hindi Dictionary. As well as a Hindi to English Dictionary. Word of the Day. See details ». Quote of the Day. See more quotes ». Jun 04, 2014. New mil...
Shabdkosh | English to Hindi Dictionary | Hindi To English Dictionary | अंग्रेजी हिंदी शब्दकोश (डिक्शनरी)
अन य शब दक श. अन य शब दक श. ड क शनर सर च. रफ़ त र क -ब र ड. र म ग टन क -ब र ड. इनस क र प ट क -ब र ड. ए ग ल -न गर क -ब र ड. Search Words By Alphabet. म ह वर /ल क क त य. ऊ ट क स करवट ब ठन ह ►. आज क शब द. CHICK PEA FLOUR ►. हम ज नत ह क हम क य ह , पर हम य नह ज नत क हम क य ह सकत ह - व ल यम श क सप यर. Popular Words चर च त शब द. National Capital Region (Ncr). शब द रस ई स. रफ़ त र शब दक श.
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1) window.location.href='http:/ shabdkoshdigitals.com/search/' this.value.replace(' ', '-');" onfocus="if (this.value= 'search') this.value=' ;this.style.color='black';this.style.fontStyle='normal'" onclick="if (this.value = 'search') this.value = ' ; this.style.color = 'black'; this.style.fontStyle = 'normal'" onblur="if(this.value= ' )this.value='search';this.style.color='#313131';this.style.fontStyle='italic'"/. 91 99 0246 4108. Open on Sunday - Saturday from 11:30AM to 6:00PM. Over a month ago.
शब्दकोशिश shabdkoshish | दक्षिण एशियाई भाषाओं में समकालीन अभिव्यक्ति व शब्दखेल contemporary expression & word games in south asian languages
यह ल ग इन कर. प ज क त नह? प ज करण कर! प सवर ड भ ल गए? अन य दक ष ण एश य ई भ ष ओ म , जल द आ रह ह! शब दक श श प रण ल पर आध र त . सर व अध क र स रक ष त व प ज क त. इनफ़ ब न स फ ट क. द व र स च ल त अभ कल पन व अवयव - प च कम य न क शन ज. २०१२ शब दक श श उपय ग क शर त.
शब्दकार साथियों का परिचय
शब्दकार साथियों का परिचय. सुधा भार्गव का जीवन परिचय. नाम - सुधा भार्गव. जन्म तिथि - 8 मार्च 1942. जन्म स्थान - अनूपशहर जिला-बुलन्दशहर (उ0प्र0). माता - स्व0 श्रीमती तारा देवी भार्गव. पिता - स्व0 डा0 जगदीश्वर सहाय भार्गव. होम्योपैथिक औषधि के प्रसिद्ध निर्माता). पति - श्री हरिकृष्ण भार्गव (रिटायर्ड इंजीनियर). शिक्षा - बी0ए0, बी0टी0, गाइड कैप्टेन, रेकी चिकित्सक. सांस्कृतिक कार्यक्रमों में विशेष रुचि। बचî...एकांकी लिख कर उनका मंचन करवाना।. वर्तमान में बंगलूरू (ब&#...सुधा भार्गव. View my complete profile.
शब्द लेखन | कुछ अबूझे पल ज़िंदगी के……..
क छ शब द …. शब द ल खन. क छ अब झ पल ज़ दग क . Published नवम बर 26, 2016. ब ब ज ल म आ गय , कह क य क म करन ह , आव ज़ स नकर ज प छ म ड़कर द ख त उस अपन स मन खड़ प य. आज वह मज़द रन अपन छ ट स ब ट क ल कर म र घर क दरव ज पर खड़ थ स थ म एक अपन ह ज स स फ बर तन भ ल य थ. अर ब ट क स थ क स क म कर ग और य बर तन क य ल य ह म र क त हल द म ग न फ र स एक सव ल क जन म द य और ह त र न म क य ह फ र एक सव ल प छ ह ल य. म झ इन ल ग क इन छ ट छ ट स ख म ब ध बनन क क ई अध क र नह ह. ट प पण कर. Posted in: मन क म त. Published नवम बर 21, 2016. ट प पण कर.
Majhe Shabd | काहीतरी खास …. एकदम झक्कास …
Awesome…. फ ड …. भटक त …. क ह तर ख स …. एकदम झक क स …. एक ज डप य च ग ष ट ….( भ ग २ ). एप र ल 3, 2012 by Shrikant. अस व च र करत, जवळ असल ल य एक स ट र ट ल ईटच आड स घ ऊन त त य न बघ ल गल . य ब ईन ह क य घ तल आह य वर त व च र करत ह त . Mr द मल न आत प र ण कळल ह त क disaster झ ल आह आत recovery mode स र करव ल ग ल. अस न ह मन …. त प न ह ब लल ….”मग कस म हण? द मल ब ईन व च रल . “This is Mango Candy my dear” …म हणज? म स सन व च रल . अग आ ब य च ग ळ . आच छ … क ठ न आणल? सक ळ र ह त श ळ त ज त ह त न त य च य ब ग मधन च रल :).
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शब्द मसीहा | श्री केदार नाथ "कादर" की प्रकाशित / अप्रकाशित रचनाएँ एवं संवाद
शब द मस ह. श र क द र न थ क दर क प रक श त / अप रक श त रचन ए एव स व द. Skip to primary content. Skip to secondary content. प स तक यन. February 10, 2015. इश क क र स क त ह स ल कर ल य. द खत ह क स तरह घर अब य चल. शब द मस ह. February 10, 2015. म ख पर ख ल अनन त क स म क जब ह र क. प रभ क ड ल रह य पट प त. सम र क ल ल ल कर भ र. अम ब ब र झ म न चन ल ग. स र न कर क यल क र क. रह प य कह म र च प. रस म ऐस वह ड ब गय. त य ग दई स धब ध सगर. म ख पर ख ल अनन त क स म क जब ह र क. ह मन ज मदमस त न प छ. भय ह ल मदन क क. सब रस प ब ब सर गए.
Shabd Meaning
Words by Beginning Letters. 160; . 160; . 160; . 160; . 160; . Harkat / Harqat Meaning [हरक़त]. Harkat or Harqat is an Urdu-Arabic-Farsi word, commonly used in Hindi too. The meaning of the word is the same across languages, though it can have various interpretations as per the situation. The plural for the word is harkatein (or harkaten). Ikshvaku Meaning Scion of Ikshvaku.
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